TEST CRICKET – IND vs ENG: एजबेस्टन में 58 साल बाद भारत की ऐतिहासिक जीत

TEST CRICKET – IND vs ENG: एजबेस्टन में 58 साल बाद भारत की ऐतिहासिक जीत

भारत की एजबेस्टन में पहली जीत, 58 साल का सूखा खत्म

2025 के एजबेस्टन टेस्ट में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 336 रन से हराकर इतिहास रच दिया है। 1967 से अब तक भारत इस मैदान पर एक भी टेस्ट नहीं जीत पाया था। लेकिन शुभमन गिल की अगुवाई में भारत ने न सिर्फ यह मैच जीता, बल्कि कई व्यक्तिगत और टीम रिकॉर्ड भी तोड़े।

टीम इंडिया ने पहली पारी में 587 और दूसरी पारी में 427/6 रन बनाकर इंग्लैंड को 608 रन का लक्ष्य दिया। जवाब में इंग्लैंड 271 पर सिमट गई।

अब जानते हैं, किन 12 हीरोज़ ने इस जीत को यादगार बना दिया:

भारत की एतिहासिक जीत के हीरो

1.  शुभमन गिल: बैटिंग, कप्तानी और क्लास का संगम

  • 269 और 161 रनों की पारियाँ, यानी एक टेस्ट में 430 रन – ग्राहम गूच (456) के बाद दूसरी सबसे बड़ी टेस्ट परफॉर्मेंस।

  • दोहरा शतक और डेढ़ सैकड़ा एक ही मैच में बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज़।
  • बतौर कप्तान पहली जीत, और एक युवा, आक्रामक नेतृत्व की मिसाल।
  • स्लिप में बेन डकेट का शानदार कैच भी पकड़ा, जिससे टीम का मनोबल बढ़ा।

2 .आकाश दीप: बिहार से बर्मिंघम तक की कहानी

  • डेब्यू टेस्ट में 10 विकेट (4+6) – 1983 के मदनलाल के बाद बर्मिंघम में भारत के लिए ऐसा करने वाले पहले तेज गेंदबाज।

  • नई गेंद से खतरनाक सीम मूवमेंट, ओली पोप और हैरी ब्रूक को जल्दी निपटाया।

  • लॉर्ड्स टेस्ट के लिए अपनी जगह पक्की कर दी।

3. मोहम्मद सिराज: अनुभव और आक्रमण का मेल

  • पहली पारी में 6 विकेट लेकर इंग्लैंड को 407 पर रोका।

  • अपनी गेंदबाज़ी से पिच से बेहतरीन एक्स्ट्रा बाउंस निकाला और इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर को तोड़ा।

4. ऋषभ पंत: विस्फोटक बल्लेबाज़ी का दूसरा नाम

  • बर्मिंघम में 58 और 25 रनों की तेज़ पारियाँ, लीड्स में शतक।

  • फील्ड पर मौजूदगी से विपक्ष को असहज किया।

  • पंत का इंटेंट टीम के आक्रामक अप्रोच की पहचान है।

5. केएल राहुल: शांत योद्धा

  • टेस्ट सीरीज़ में अब तक 236 रन, जिसमें 137 रनों की क्लासिक पारी शामिल।

  • मिडल ऑर्डर को स्थिरता दी और दबाव में टीम को संभाला।

6. यशस्वी जायसवाल: धमाकेदार ओपनिंग

  • पहली पारी में 87 रन और पहले टेस्ट में शतक।

हमेशा पॉजिटिव शुरुआत दी, जिससे बाकी बल्लेबाज़ों को खेलने में आसानी हुई।

7. रविंद्र जडेजा: सर का बल्ला और गेंद दोनों चमके

  • गिल के साथ 203 रनों की साझेदारी

  • दूसरी पारी में गेंद को टर्न कर इंग्लिश बल्लेबाज़ों को परेशान किया।

8. वाशिंगटन सुंदर: भरोसेमंद ऑलराउंडर

  • कप्तान के साथ 144 रन की साझेदारी

  • 42 रन (103 गेंद) की टिकाऊ पारी खेली और इंग्लैंड की थकान बढ़ाई।

9. प्रसिद्ध कृष्णा: दबाव बनाए रखा

भले ही ज्यादा विकेट न मिले, लेकिन दूसरे छोर से लगातार प्रेशर बनाए रखा, जिससे आकाश दीप को मदद मिली।

10. कोचिंग और सपोर्ट स्टाफ: रणनीति के असली आर्किटेक्ट

स्लिप, मिड-विकेट, डीप में फील्डर्स ने कैच पकड़े, बाउंड्री रोकी और इंग्लैंड को हर पहलू में दबाव में रखा।

कोच गौतम गंभीर, बल्लेबाज़ी कोच सितांशु कोटक और बाकी सपोर्ट स्टाफ ने पहले टेस्ट की हार के बाद टीम का मनोबल गिरने नहीं दिया।

11. फील्डिंग यूनिट: ऊर्जा से भरपूर प्रदर्शन

  • स्लिप, मिड-विकेट, डीप में फील्डर्स ने कैच पकड़े, बाउंड्री रोकी और इंग्लैंड को हर पहलू में दबाव में रखा।

फैंस: 12वां खिलाड़ी

  • बर्मिंघम में भारतीय मूल के फैंस ने मैदान को मिनी इंडिया बना दिया।

  • 25 पाउंड के टिकट लेकर हजारों फैंस ने आखिरी दिन स्टेडियम भर दिया और टीम इंडिया का मनोबल बढ़ाया।

मैच का स्कोर कार्ड एक नज़र में

भारत की पहली पारी

587 रन

इंग्लैंड की पहली पारी

407 रन

भारत की दूसरी पारी

427/6 (घोषित)

इंग्लैंड की दूसरी पारी

271 रन

भारत ने मैच जीता

336 रन से

 

क्या कहता है इतिहास?

  • भारत ने एजबेस्टन में 1967 में पहला टेस्ट खेला था।

  • तब से अब तक 8 टेस्ट में 7 हार और 1 ड्रॉ।

  • अब, 2025 में मिली पहली जीत।

अब अगला मुकाबला?

  • अगला टेस्ट 10 जुलाई से लॉर्ड्स में खेला जाएगा।

  • सीरीज़ 1-1 पर बराबरी पर है और तीसरा टेस्ट निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।

निष्कर्ष:

यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, यह टीम इंडिया की वापसी का एलान था। शुभमन गिल की बल्लेबाज़ी, आकाश दीप की गेंदबाज़ी और पूरी टीम की एकजुटता ने 58 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा। यह जीत उन सभी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है, जो सपनों को मेहनत से सच करने का विश्वास रखते हैं।

 

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