America से ट्रेड डील पर बोले पीयूष गोयल “भारत ताकत के दम पर करता है बात“.
INDIA और America के बीच संभावित व्यापार समझौते को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने इस मुद्दे पर स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब किसी समयसीमा के दबाव में नहीं, बल्कि अपनी ताकत और आत्मविश्वास के साथ वैश्विक मंच पर बातचीत करता है।
क्या बोले पीयूष गोयल?
पीयूष गोयल ने शनिवार को“भारत समयसीमा के तहत बातचीत नहीं करता। हम राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देते हैं। अमेरिका के साथ व्यापार समझौता तभी स्वीकार किया जाएगा जब वह हमारे हित में होगा।”
उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने कई ऐसे समझौते किए जो भारत के दीर्घकालिक हित में नहीं थे।
अब तक किन देशों से हो चुके हैं समझौते?
गोयल के अनुसार, मोदी सरकार आने के बाद भारत ने निम्नलिखित देशों/समूहों के साथ FTA (Free Trade Agreement) साइन किए:
मॉरीशस
संयुक्त अरब अमीरात
ऑस्ट्रेलिया
EFTA (European Free Trade Association)
यूनाइटेड किंगडम (UK)
भारत का आत्मविश्वास बढ़ा है
गोयल ने कहा कि आज भारत आत्मनिर्भर और प्रतिस्पर्धी है। अब हम किसी भी विकसित देश से कंधे से कंधा मिलाकर व्यापारिक वार्ताएं कर सकते हैं। भारत का लक्ष्य अमेरिका, ओमान, पेरू, चिली और यूरोपीय संघ जैसे 27 देशों के साथ घनिष्ठ व्यापार संबंध बनाना है।
राजनीतिक बयानबाजी भी हुई तेज
🔸 राहुल गांधी का पलटवार
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के टैरिफ दबाव के आगे झुक जाएंगे। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए 26% जवाबी शुल्क की डेडलाइन 9 जुलाई है, और इससे पहले मोदी सरकार अमेरिका से कोई असंतुलित ट्रेड डील कर सकती है।
📌 क्या होगा 9 जुलाई से पहले?
अमेरिका ने भारत पर टैरिफ की समयसीमा 9 जुलाई तक टाल रखी है। ऐसे में दोनों देशों के बीच इंटरिम ट्रेड डील को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। लेकिन भारत की तरफ से अब यह स्पष्ट संकेत है कि कोई भी समझौता तब तक नहीं होगा जब तक वह भारत के दीर्घकालिक और रणनीतिक हितों से मेल न खाए।
