Rajasthan में राजनीतिक हलचल, बेनीवाल की चेतावनी
राजस्थान की बहुप्रतीक्षित SI भर्ती परीक्षा 2021 एक बार फिर विवादों की आग में घिर गई है। नागौर से सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश की भजनलाल शर्मा सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा है कि सरकार ने युवाओं के साथ धोखा किया है। उन्होंने घोषणा की है कि वह इस मामले को लेकर दिल्ली कूच करेंगे और सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे।
भ्रष्टाचार और साजिश के आरोप
बेनीवाल ने दावा किया कि SI भर्ती में हुई गड़बड़ियों की पुष्टि SOG, पुलिस मुख्यालय, अतिरिक्त महाधिवक्ता (AAG) और कैबिनेट उप-समिति तक कर चुकी है। इसके बावजूद सरकार ने भर्ती रद्द न करने का फैसला लेकर युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
“जब खुद सरकार की ही एजेंसियाँ भर्ती में धांधली स्वीकार कर चुकी हैं, तो अब यह सब अनदेखा करना केवल एक सियासी चाल है।”
– हनुमान बेनीवाल
दिल्ली कूच की योजना, बैठक में होगी तारीख तय
बेनीवाल ने ऐलान किया कि वे हजारों समर्थकों के साथ दिल्ली कूच करेंगे। इसके लिए जयपुर में पार्टी की आपात बैठक बुलाई गई है, जिसमें रणनीति तय की जाएगी और कूच की तारीख को अंतिम रूप दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि तारीख की पूर्व घोषणा नहीं की जाएगी, क्योंकि सरकार पहले ही जयपुर में आंदोलन को रोकने की कोशिश कर सकती है।
कैबिनेट उप-समिति पर तीखे आरोप
बेनीवाल ने कैबिनेट उप-समिति के सदस्यों पर निजी द्वेष के आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ सदस्य उनकी छवि खराब करने के मकसद से पक्षपात कर रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि:
- सदस्य जोगाराम पटेल की पोती परीक्षा में नकल करते पकड़ी गई थी।
- जवाहर सिंह बेढ़म के दामाद को दिल्ली पुलिस तलाश रही है।
बेनीवाल के अनुसार, यही कारण है कि वे अब भर्ती रद्द करने की बात नहीं कर रहे।
युवाओं का समर्थन और सामाजिक न्याय का सवाल
बेनीवाल ने कहा कि यह केवल एक भर्ती परीक्षा का मामला नहीं है, बल्कि यह देश के करोड़ों युवाओं के भविष्य और भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता का सवाल है। उन्होंने युवाओं से अपील की:
“यह आंदोलन सिर्फ मेरा नहीं है, यह हर उस युवा की लड़ाई है जो मेहनत से परीक्षा पास करता है और फिर सिस्टम की वजह से ठगा जाता है।”
दो महीने से जारी है धरना, हो चुकी है विशाल रैली
बेनीवाल पिछले दो महीनों से जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना दे रहे हैं। उन्होंने हाल ही में मानसरोवर वीटी ग्राउंड में एक बड़ी जनसभा भी की थी, जहां हज़ारों की भीड़ जुटी।
सरकार का बदला रुख क्यों? उठे सवाल
- SOG ने हाईकोर्ट में कहा कि 500+ फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए।
- पुलिस मुख्यालय ने भी भर्ती रद्द करने की सिफारिश की थी।
- फिर अचानक सरकार का रुख बदलना कई सवाल खड़े करता है।
“सरकार कहती है कि कोर्ट का फैसला मानेगी, पर खुद कोर्ट में रद्द न करने की सिफारिश क्यों कर रही है?”
यहां देखें पूरा वीडियो बयान
Taaza360 विश्लेषण:
SI भर्ती घोटाले ने राजस्थान की राजनीति में नई खलबली मचा दी है।
- एक ओर सरकार कानूनी प्रक्रिया का हवाला दे रही है।
- दूसरी ओर विपक्ष इसे न्याय, पारदर्शिता और युवा सम्मान का मुद्दा बना रहा है।आने वाले दिनों में दिल्ली कूच और आंदोलन की दिशा पूरे प्रदेश की राजनीति पर असर डाल सकती है।